Desi Tarzan GauBhakt Sanjay Singh Pahalwan Story in Hindi: आज के दौर में सोशल मीडिया पर पवन साहू, अंकित बैयनपुरिया और यश आनंद जैसे फिटनेस इन्फ्लुएंसर खूब चर्चित हैं। लेकिन एक नाम ऐसा भी है, जो केवल अपनी फिटनेस और पहलवानी के लिए ही नहीं, बल्कि अपने शाकाहारी और भारतीय संस्कृति प्रेम के लिए भी जाना जाता है। हम बात कर रहे हैं संजय सिंह की, जिन्हें लोग प्यार से “देसी टार्जन” कहते हैं।
देसी टार्जन की साधारण शुरुआत
राजस्थान के एक छोटे से गांव में जन्मे संजय का जीवन साधारण किसान परिवार में बीता। उनके पिता एक किसान और माता गृहणी हैं। पढ़ाई का विशेष अवसर न मिल पाने के बावजूद संजय के पास भारतीय संस्कृति, संस्कार और मेहनत का ऐसा खजाना है, जिसने उन्हें युवाओं के लिए एक मिसाल बना दिया। 8 वर्ष की आयु से ही संजय ने शुद्ध शाकाहार और अखंड ब्रह्मचर्य का पालन शुरू किया, जो आज तक जारी है। इसी सादगी भरी जीवनशैली के कारण उन्होंने कई विश्व रिकॉर्ड बनाए, जो अन्य फिटनेस और बॉडी बिल्डर्स के लिए प्रेरणा हैं।
देसी जीवन और मजबूत इरादे
संजय सिंह का मानना है कि भारतीय जीवनशैली में असली ताकत छुपी है। उनका आहार केवल दूध, दही, खीर और गौ मूत्र तक सीमित है। किसी भी महंगे सप्लिमेंट्स या विदेशी प्रोटीन का इस्तेमाल किए बिना उन्होंने अद्भुत शारीरिक क्षमता और ताकत हासिल की है। संजय ने साबित किया है कि बिना खर्चीले सप्लिमेंट्स के भी एक मज़बूत शरीर और रिकॉर्ड बनाए जा सकते हैं। उनके आश्चर्यजनक कारनामों में पेड़ पर पलक झपकते ही चढ़ जाना और बिना कुछ खाए-पिए 24-48 घंटे तक लगातार कसरत करना शामिल है।
संजय का मिशन: गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाना
संजय सिंह का सपना है कि गौ माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा मिले। उनका मानना है कि हमारी संस्कृति की जड़ें हमारी गायों से जुड़ी हैं और गौ माता का दूध और मूत्र हमारे स्वास्थ्य और शुद्धता का प्रतीक हैं। संजय सोशल मीडिया के माध्यम से भारतीय युवाओं को मांस, मछली और अन्य नशीले पदार्थों से दूर रहने और भारतीय शाकाहारी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। उनका यह संदेश युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, और देसी टार्जन के नाम से उनका प्रभाव बढ़ता जा रहा है।
सोशल मीडिया पर देसी टार्जन की कमाई
संजय ने अपनी मेहनत और भारतीयता से न केवल प्रसिद्धि पाई है, बल्कि अच्छी खासी कमाई भी की है। उनका YouTube चैनल और इंस्टाग्राम पेज उनके लिए एक अच्छा आय का स्रोत बन गए हैं, जिससे वह हर महीने हज़ारों रुपए कमा रहे हैं। इसके अलावा, खेती में अपने माता-पिता की मदद करते हुए भी उनकी इनकम होती है। उनका संदेश जितना प्रभावशाली है, उतना ही सरल है – अपनी जड़ों से जुड़े रहो और सच्चे देसी अंदाज में जीवन जियो।
देसी टार्जन के बारे में कुछ रोचक तथ्य
1. अखण्ड ब्रह्मचर्य: 8 साल की उम्र से शाकाहारी भोजन और ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे हैं।
2. विशेष आहार: केवल दूध, खीर, दही और गौ मूत्र से अपने शरीर को ताकतवर बनाया है।
3. सशक्त जवाब: 5 करोड़ रुपए के विज्ञापन ऑफर को ठुकरा दिया, क्योंकि उसमें मांसाहारी उत्पाद था।
4. वर्ल्ड रिकॉर्ड्स: देसी टार्जन ने अपनी मेहनत और समर्पण से 11 विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं।
5. समर्पित लक्ष्य: गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाना और भारतीय संस्कृति का प्रचार करना।
संजय सिंह से क्या सिखें
संजय सिंह की कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची प्रेरणा और कड़ी मेहनत से कोई भी सपने को साकार किया जा सकता है। उनकी जीवनशैली और उनके विचार हमारे युवाओं को याद दिलाते हैं कि भारतीय संस्कृति की जड़ें गहरी और सशक्त हैं। देसी टार्जन एक ऐसे प्रतीक हैं जो हमें हमारी परंपराओं की ताकत का एहसास कराते हैं और हमें हमारे गौरवशाली भारतीय मूल्यों से जोड़ते हैं।