यम दीपम (Yama Deepam), दिवाली से पहले आने वाले धनतेरस (Dhanteras, Diwali) के दिन मनाया जाने वाला एक पवित्र अनुष्ठान है, जो मृत्यु के देवता यमराज को समर्पित है। इस दिन परिवार के सदस्य अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए घर के बाहर एक दीपक जलाते हैं। पौराणिक मान्यता है कि यह दीपक जलाने से यमराज (Yamraj) प्रसन्न होते हैं और परिवार के सदस्यों को अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता।
यम दीपम की कथा
धनतेरस के दिन यमराज के लिए दीपक जलाने की परंपरा एक पौराणिक कथा से जुड़ी है। कथा के अनुसार, हेम नामक राजा के पुत्र की कुंडली में लिखा था कि शादी के चार दिन बाद उसकी मृत्यु हो जाएगी। उसकी पत्नी ने विवाह के चौथे दिन यमराज के आगमन की आहट सुनकर यमराज के दूतों से प्रार्थना की और उनसे अपने पति की रक्षा का उपाय पूछा। यमराज ने बताया कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन जो व्यक्ति दीप जलाएगा, वह अकाल मृत्यु के भय से बच सकता है। तभी से यह परंपरा चली आ रही है।
यम दीपम जलाने की विधि
1. दीपक का चयन: यम दीपम के लिए मिट्टी का चौमुखा दीपक लें और उसमें सरसों का तेल भरें। इसमें चार बत्तियां लगाएं।
2. दीपक जलाने का समय: प्रदोष काल (संध्याकाल) में जब सभी परिवारजन घर पर हों, तब दीपक जलाएं।
3. दीपक की दिशा: इस दीपक को घर के बाहर, दक्षिण दिशा में रखें। दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है और यमराज के दीपक को इस दिशा में जलाने से विशेष लाभ मिलता है।
4. मंत्र का उच्चारण: दीपक जलाते समय निम्न मंत्र का जाप करें:
“मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन श्यामया सह |
त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम ||”
5. दीपक घुमाने की विधि: दीपक जलाने के बाद उसे पूरे घर में घुमा लें और फिर इसे दक्षिण दिशा में स्थापित करें।
यम दीपम जलाने से घर में सुख-शांति, समृद्धि, और दीर्घायु का वास होता है। पौराणिक मान्यता है कि यमराज के लिए दीपदान करने से परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु से रक्षा होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। स्कंद पुराण और पद्म पुराण में भी यमराज के लिए दीपदान का उल्लेख मिलता है, जिससे यह अनुष्ठान और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
यम दीपम 2024
धनतेरस का पर्व इस वर्ष मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024 को है। इस दिन यम दीपम जलाकर अपने परिवार को यमराज का आशीर्वाद प्राप्त कराएं और सुख-समृद्धि के साथ जीवन का आनंद लें।
यम दीपम के इस शुभ अवसर पर, घर के बाहर दीपक जलाकर अपने प्रियजनों की सुरक्षा और खुशहाली की प्रार्थना करें। यह छोटा सा दीपक आपके घर में रोशनी के साथ-साथ यमराज की कृपा भी लेकर आता है।